मैनपुरी में डीएम और एसपी किशनी तहसील में जनशिकायतें सुन रहे थे तभी एक मां-बेटी ने हंगामा किया. डीएम के समझाने के बावजूद वो नहीं मानीं, जिसके बाद डीएम ने मां-बेटी को पुलिस के सुपुर्द कर दिया, लेकिन पुलिस उन्हें लेकर थाने गई और वहां से उनका चालान कर दिया.
मैनपुरी में डीएम और एसपी किशनी तहसील में जनशिकायतें सुन रहे थे तभी एक मां-बेटी ने हंगामा किया. डीएम के समझाने के बावजूद वो नहीं मानीं, जिसके बाद डीएम ने मां-बेटी को पुलिस के सुपुर्द कर दिया, लेकिन पुलिस उन्हें लेकर थाने गई और वहां से उनका चालान कर दिया. जानकारी के मुताबिक, इस घटना में बहरामऊ के निवासी अशोक कुमार की पत्नी राधा देवी और उनकी बेटी दिव्या शामिल थीं। उन्होंने डीएम को बताया कि उनके खेतों से दबंगों द्वारा कब्जा नहीं हटाया जा रहा है, जबकि राजस्व अधिकारियों ने पहले ही कब्जे का निशान लगा दिया था। मां-बेटी ने सुनील, अनिल, सुभाष, काशीराम, राकेश और विवेक पर आरोप लगाया कि उन्होंने दोबारा पैमाइश कराकर कब्जा कर लिया है। डीएम ने 5 मिनट तक उनकी शिकायत सुनी और कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन जब राधा देवी और उनकी बेटी डीएम से बहस करने लगीं और आत्महत्या की धमकी देने लगीं, तो डीएम ने एहतियात के तौर पर उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। गौरतलब है कि इससे 2 दिन पहले, एक परिवार ने कलेक्ट्रेट परिसर में शिकायत के दौरान आत्मदाह का प्रयास किया था। इसी को ध्यान में रखते हुए डीएम ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह कदम उठाया। पुलिस ने दोनों महिलाओं को थाने ले जाकर शांतिभंग के आरोप में चालान किया। एसडीएम किशनी, गोपाल शर्मा ने उन्हें सख्त हिदायत दी कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।