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बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में लारेन्स विश्नोई गैंग का मुख्य शूटर शिव कुमार उर्फ शिवा सहित चार साथी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को मिली बड़ी कामयाबी

समृद्धि न्यूज़ लखनऊ। उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स को मुम्बई के चर्चित बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में लारेन्स विश्नोई गैंग का मुख्य शूटर शिव कुमार उर्फ शिवा को उसके चार अन्य साथियों के साथ जनपद बहराईच से गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता प्राप्त हुई है।गिरफ्तार अभियुक्तों में शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा है जो मुख्य शूटर था।इसका साथी अनुराग कश्यप जो शूटर धर्मराज कश्यप का भाई तथा आश्रयदाता है।इसका तीसरा साथी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी,चौथा साथी आकाश श्रीवास्तव और पांचवां साथी अखिलेन्द्र प्रताप सिंह है जो आश्रयदाता/मददगार थे।
इन सभी को हाराबहसरी नहर पुलिया थानाक्षेत्र नानपारा से गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक बीती 12 अक्टूबर को रात्रि थाणे मुम्बई में महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री व फिल्म अभिनेता सलमान खान के करीबी जियाउद्दीन अब्दुल रहीम सिद्दीकी उर्फ बाबा सिद्दीकी की हत्या उनके विधायक पुत्र जीशान सिद्दीकी के खेरनगर स्थित कार्यालय के बाहर तीन अज्ञात शूटरों द्वारा गोली मार कर दी गयी थी।इसके सम्बन्ध में मु.अ.सं 589/2024 धारा 103(1), 109, 125, 3(5) बी.एन.एस व 3/25 आर्म्स एक्ट का अभियोग थाना निर्मल नगर थाणे मुम्बई पंजीकृत हुआ था।दो शूटर धर्मराज कश्यप व गुरमेल सिंह को तत्समय गिरफ्तार भी कर लिया गया था तथा एक शूटर शिव कुमार फरार हो गया था।
गिरफ्तार शूटरों ने उक्त हत्या जेल में बन्द कुख्यात अपराधी लारेन्स विश्नोई के इशारे पर किये जाने के तथ्य का खुलासा किया था।महाराष्ट्र निवासी शुभम लोनकर व जालन्धर निवासी मो. यासीन अख्तर इन शूटरों के हैण्डलर्स थे,जिन्होंने उन्हें लाजीस्टिक व मृतक की लोकेशन उपलब्ध करायी थी।इस चर्चित हत्याकाण्ड में मुम्बई पुलिस द्वारा बीती 23 अक्टूबर को अपने पत्र के माध्यम से मुख्य शूटर शिवकुमार सहित अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एसटीएफ से सहयोग हेतु अनुरोध किया गया था,जिसके क्रम में पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ लखनऊ प्रमेश कुमार शुक्ला के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय की टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
इसी मध्य मुम्बई क्राईम ब्रांच की टीम लखनऊ आयी।एसटीएफ लखनऊ व मुम्बई क्राइम ब्रान्च की संयुक्त टीम द्वारा किये जा रहे अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि मुख्य शूटर शिव कुमार अपने साथियों के साथ बहराईच के नानपारा थाना क्षेत्र में कहीं छिपा हुआ है व नेपाल भागनेे की फिराक में है।इसी क्रम में रविवार को एसटीएफ के उपनिरीक्षक जावेद आलम सिद्दीकी,मुख्य आरक्षी मुनेन्द्र सिंह,आरक्षी अजीत कुमार सिंह व मुम्बई क्राईम ब्रान्च निरीक्षक अमोल कुमार की संयुक्त टीम नानपारा क्षेत्र में मौजूद थी।इसी दौरान मुखबिर द्वारा बताया गया कि शिव कुमार अपने साथियों के साथ नेपाल भागने वाला है।उसके कुछ साथी उसे नेपाल में सुरक्षित आश्रय पर छोड़ने के लिए जाने वाले है और हाराबहसरी नहर पुलिया थानाक्षेत्र नानपारा बहराईच में मौजूद हैं।मुखबिर से प्राप्त सूचना पर एसटीएफ टीम व मुम्बई क्राईम ब्रांच टीम द्वारा उपरोक्त स्थान से मुख्य शूटर शिव कुमार सिंह सहित चार और अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।गिरफ्तार अभियुक्त शिव कुमार ने पूछताछ में बताया कि मैं व धर्मराज कश्यप एक ही गांव के रहने वालें है।पूना में मैं स्क्रैप का काम करता था।मेरी व शुभम लोनकर की स्क्रैप की दुकान अगल-बगल थी।शुभम लोनकर लारेन्स विश्नोई के लिए काम करता है।उसने मेरी बात स्नैप चैट के माध्यम से लारेन्स विष्नोई के भाई अनमोल विष्नोई से कई बार करायी है।बाबा सिद्दीकी की हत्या के एवज में मुुझे यह बताया गया था कि हत्या के बाद दस लाख रूपये तुम्हें मिलेंगे तथा हर महीने तुम्हें कुछ न कुछ मिलता ही रहेगा। हत्या के लिए शस्त्र व कारतूस, सिम व मोबाईल फोन शुभम लोनकर व मो. यासीन अख्तर ने हम लोगों को दिया था।हत्या के बाद आपस में बात करने के लिए तीनों शूटरों को नये सिम व मोबाईल फोन दिये गये थे। पिछले कई दिनों से हम लोग मुम्बई में बाबा सिद्दीकी की रैकी कर रहे थे और बीती 12 अक्टूबर की रात्रि में सही समय मिलने पर हम लोगों ने बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दिया।उस दिन त्यौहार होने के कारण पुलिस व भीड़भाड़ भी थी, जिसके कारण दो लोग मौके पर पकड़ लिये गये थे और मैं फरार हो गया था।मैंने फोन रास्ते में फेंक दिया था और मुम्बई से पूना चला गया था।पूना से झांसी व लखनऊ के रास्ते बहराईच पहुंचा था।बीच बीच में मैं अपने साथियों व हैण्डलर्स से किसी का भी फोन मांग कर बात करता रहा।अनुराग कश्यप से मैंने ट्रेन से एक यात्री से फोन मांग कर बात किया था तो उसने यह कहा था अखिलेन्द्र,ज्ञान प्रकाश व आकाश ने मिलकर तुम्हारे नेपाल में छिपने की व्यवस्था कर ली है। इसीलिए मैं बहराईच आया था और अपने साथियों के साथ मिलकर नेपाल भागने की फिराक में था।बाकी साथियों ने भी इस बात का समर्थन किया। गिरफ्तार अभियुक्तो को गिरफ्तार कर थाना नानपारा, बहराईच में दाखिल किया गया है,जिनके सम्बन्ध में अग्रिम विधिक कार्यवाही मुम्बई क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा की जायेगी।

अमिताभ श्रीवास्तव

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