फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय सर्च लाईट भवन बीबीगंज में रविवार को 87 वीं शिवजयन्ती (महाशिवरात्री) का कार्यक्रम केक काटकर मोमबत्ती जलाकर मनाया गया। मंच पर अनीता द्विवेदी, भ्राता अनिल त्रिपाठी, भ्राता रूपेश गुप्ता, डा0 शिवओम अम्वर, राजपाल महाराज महन्त ठाकुरद्वारा, बी.के.मंजू बहन मौजूद रहीं। बी.के.नीलम, बी.के.गिरिजा एवं बी.के. पूनम बहन ने एवं सौम्या मिश्रा ने भाव नृत्य की प्रस्तुति दी। संचालन शिवराम कश्यप ने किया।
मुख्य वक्ता बी.के.मंजू बहन ने कहा कि शिव परमात्मा निराकार है, परन्तु शंकर एक आकारी शरीर वाले देवता हैं। गीता में कहा गया है कि जब मैं इस धरती पर अवतरित होता हू तो मुझे कोटों में कोई एवं कोई में भी कोई विरला ही पहचान पाता है। मुख्य अतिथि अनीता द्विवेदी ने सभी को महाशिवरात्री पर्व की बहुत-बहुत बधाईयां दी। रूपेश गुप्ता ने कहा कि आज हम अपने बच्चों को समय नहीं दे पा रहे हैं। इस कारण बच्चे ईश्वर एवं आध्यात्म से दूर होते जा रहे है। महंत राजपाल महाराज ने कहा कि गीता में भगवान ने कहा कि मैं तुम्हें जप, तप, दान, पुण्य से नहीं, लेकिन मै मनाभवन के मंत्र से मिल सकूंगा। मैं मनाभवन का अर्थ है कि हाथों से कर्म करो, लेकिन मन को मेरे में लगाओ, तो तुम मेरे पास आ जाओगे। शिवराम कश्यप ने कहा कि सारे संसार में एक देवता को भगवान की उपाधि दी गयी, परन्तु ईश्वर की उपाधि शिव परमात्म को दी गयी। जैसे रामेश्वर, गोपेश्वर आदि हैं। डॉ0 शिवओम अंबर ने कहा नाम से कोई नहीं महान से अर्थ होता है।