मैनपुरी: शहर से बिछवां थाना क्षेत्र में अपहरण और गैंगरेप का मामला सामने आया है. इतना ही नहीं जब पत्नी के अपहरण को लेकर उसके पति ने एफआईआर दर्ज करवाई तो उसके पति को मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बनाया और जब वो नहीं माना तो दंबगों ने उसकी निर्मम पिटाई की और उसके ऊपर डीजल डालकर उसे जिंदा ही जला दिया। मृतक का शव खेत पर अधजली हालत में बरामद हुआ है. मृतक के पिता ने अपहरण और गैंगरेप के मुकद्दमे के आरोपी पूर्व प्रधान भोला यादव पर ही बेटे को जिन्दा जलाने का आरोप लगाया है. वहीं पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. पुलिस मामले की जाँच कर रही है. आरोपी दूसरे समुदाय का होने के चलते गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है. जनपद मैनपुरी के कस्वा बिछवां निवासी 40 साल के साजिद का शव खेतों में अधजली हालत में बरामद हुआ है. घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची थाना बिछवा पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है वहीं हत्या का मामला सुलझाने में पुलिस जुट गईं है.
मृतक के परिजनों का आरोप है कि मृतक शाजिद की ससुराल थाना भोगांव के ग्राम प्रतापपुर में थी. एक साल पहले मृतक की पत्नी होली के समय अपने मायके में थीं उस समय आरोपी दबंग पूर्व प्रधान भोला यादव ने मृतक की पत्नी को घरेलू संबंधों के चलते मीट बनाने के लिए बुलाया था. भोला यादव व उसके सहयोगियों ने मृतक की पत्नी का अपहरण कर लिया उसके साथ 4 महीने तक बंधक बनाकर गैंगरेप करते रहे. काफी प्रयासों के बाद भोला यादव ने मृतक की पत्नी को काली पट्टी बांधकर छोड़ा था जिसका मुकदमा साजिद ने भोला यादव व अन्य साथियों के खिलाफ थाना भोगांव में दर्ज कराया था. सजिद द्वारा फैसला न करने पर उसे व उसके साले को जान से मारने की धमकी भी दी जा रही थी. भोला ने साजिद के साले को भी जान से मारने की धमकी दी थी।
FIR दर्ज होने के बाद मिली थी साजिद की पत्नी
दरअसल अब से लगभग एक साल पहले साजिद की पत्नी के गायब होने के बाद साजिद और उसके परिवार वालों ने मिलकर भोला यादव के खिलाफ मामला दर्ज करवाना चाहा लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही थी। जब पूरे परिवार ने पत्नी की तलाश में कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया तब जाकर इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई। इस एफआईआर दर्ज होने के बाद ही साजिद की पत्नी की बरामदगी भी हुई।