अमिताभ श्रीवास्तव
समृद्धि न्यूज़ अयोध्या रामायण विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय ‘अपने-अपने राम’ कथा के शुभारंभ के अवसर पर राष्ट्रीय कवि डॉ. कुमार विश्वास ने महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय की स्थापन को महर्षि जी की दूरगामी सोच कहते हुए महर्षि जी की उपलब्धियों को याद किया। उन्होंने कहा कि महर्षि महेश योगी जी एक दूरदर्शी संत थे, जिनकी सोच और दृष्टि ने विश्व में भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का प्रचार-प्रसार किया।उनके जैसा महान व्यक्तित्व इस दुनिया में बहुत कम ही देखने को मिलता है।कुमार विश्वास ने भगवान राम की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, भगवान राम अयोध्या से प्रयागराज गए थे,और आज हम प्रयागराज से अयोध्या जा आए हैं।यह मेरे लिए सौभाग्य का क्षण है।उन्होंने बताया कि उन्होंने रामलला के दर्शन किए,लेकिन दर्शन के बाद उनकी आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे।भावुक होकर उन्होंने कहा दर्शन तो पंद्रह सेकंड के लिए हुए,लेकिन पंद्रह मिनट तक मेरी आंखों से आंसू बहते रहे।इस अवसर पर उन्होंने राम जन्मभूमि विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोग भगवान राम को काल्पनिक बताते थे।उन्होंने कहा, जब सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि का विवाद चल रहा था,तब कुछ लोग राम के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे थे। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि रामनवमी के दिन ही कोर्ट बंद हो गया।पंडाल में हजारों की संख्या में लोग कुमार विश्वास की कथा सुनने के लिए जुटे।कार्यक्रम के पहले दिन करीब दस हजार से अधिक लोगों की भीड़ उमड़ी। अपने अपने राम कथा तीन दिनों तक चलेगी,जिसमें राम के जीवन और आदर्शों को नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया जाएगा।