15 साल बाद यूपी में भाजपा ने रालोद के साथ हाथ मिलाया है। इस बार पश्चिम यूपी में नए मुद्दों की तपिश है। पीएम मोदी ने रविवार को मेरठ में पहली चुनावी रैली की। 2019 लोकसभा चुनाव में हारी सीटों पर इस बार भाजपा की नजर है। इस बीच पश्चिमी यूपी में चुनावी वोल्टेज जैसे-जैसे बढ़ रहा है वैसे-वैसे इसकी धमक पूर्वांचल तक पहुंचने लगी है। लोकसभा की सीट नंबर-एक सहारनपुर का मुहूर्त निकल चुका है। रणक्षेत्र में मुद्दों और दावों की तपिश है। भगवा रथ के सबसे बड़े सारथी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मेरठ में 31 मार्च को पहली चुनावी जनसभा कर तरकश के बड़े तीर छोड़ चुके हैं। पीएम ने पश्चिमी यूपी की लोकसभा सीटों एनडीए के प्रत्याशियों को भी गिनाया। उन्होंने अरूण गोविल, डॉ संजीव बालियान, चंदन चौहान का नाम लिया और कहा कि कैसा भी मौसम हो, गर्मी कितनी भी हो लेकिन आप वोट डालने के लिए जरूर जाना, औरों को भी लेकर जाना। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लिए, नौजवानों के लिए, किसानों की समृद्धि के लिए, भ्रष्टाचारियों को जेल भेजने के लिए आप मेरा एक काम करेंगे। ये काम बहुत छोटा सा है। आप घर-घर जाना और कहना कि मोदी मेरठ आए थे और आपको प्रणाम भेजा है। घर घर मेरा प्रणाम पहुंचा दीजिए। इसके बाद भारत माता की जय के साथ अपना संबोधन समाप्त किया। पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यों की कीमत देश को आज तक चुकानी पड़ रही है। जब हमारे छोटे भाई जयंत चौधरी को संसद में चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न की मांग करने के लिए बोलेने लगे तो उन्हें रोकने का प्रयास किया। उनका अपमान किया गया। ऐसे लोगों को उनके क्षेत्र के घर घर में जाकर माफी मांगनी चाहिए। चौधरी चरणसिंह ने किसानों के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।