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महाकुंभ में भगदड़ से 20 मौतों की आशंका, PM मोदी ने CM योगी से बात

महाकुंभ में संगम पर भगदड़ होने के बाद कई लोग घायल हो गए हैं, जबकि 20 मौतों की भी आशंका जताई जा रही है. घायलों को कुंभ क्षेत्र के सेक्टर 2 में बने अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

आज मौनी अमावस्या के मौके पर बड़ी संख्या में तीर्थयात्री स्नान के लिए महाकुंभ पहुंचे हैं.

पीएम मोदी ने सीएम योगी से बात

पीएम लगातार कुंभ के हालात पर नजर बनाए हुए हैं और राज्य सरकार से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. वे अब तक 3 बार सीएम से बात कर चुके हैं और स्थिति को सामान्य करने और राहत के निर्देश दे रहे हैं.

महाकुंभ में कैसे रात 1.30 बजे पर मची भगदड़?

महाकुंभ में संगम तट पर रात करीब 1:30 बजे भारी भीड़ जुट गई. भीड़ की वजह से लोगों की सांसें फुलने लगीं. इसके बाद बैरिकेटिंग टूटने से भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई.

इससे 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हो गए. पुलिस ने सभी घायलों को रेस्क्यू कर 50 से ज्यादा एंबुलेंस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया. इन श्रद्धालुओं की हालत गंभीर थी. उन्हें प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि हादसे में कई लोगों की मौत की खबर सामने आई है, लेकिन आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है.

हादसे पर अखिलेश यादव का बयान

महाकुंभ हादसे पर अखिलेश यादव ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है. श्रद्धांजलि.

हमारी सरकार से अपील है कि:

  • गंभीर रूप से घायलों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटलों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए.
  • मृतकों के शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए.
  • ⁠जो लोग बिछड़ गये हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किये जाएं.
  • हैलीकाप्टर का सदुपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए.
  • सतयुग से चली आ रही शाही स्नान की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच मौनी अमावस्या के शाही स्नान को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए.

अखिलेश यादव  ने आगे कहा कि श्रद्धालुओं से भी हमारी अपील है कि वो इस कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें और शांतिपूर्वक अपनी तीर्थयात्रा संपन्न करें. सरकार आज की घटना से सबक लेते हुए श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने, भोजन-पानी व अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त प्रबंध करे. हादसे में आहत हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना.

बिना स्नान किए वापस जाते नागा साधु

संगम घाट पर भीड़ बहुत ज्यादा: देवकीनंदन ठाकुर

आध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि मैं संगम घाट पर नहीं गया क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज्यादा है. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे संगम घाट पर स्नान करने की जिद न करें. केवल संगम घाट ही नहीं पूरी गंगा और यमुना नदियां अभी ‘अमृत’ हैं.

श्रद्धालुओं की संख्या अनुमान से अधिक: साध्वी निरंजन ज्योति

उत्तर प्रदेश: महाकुंभ क्षेत्र में भगदड़ जैसी स्थिति पर साध्वी निरंजन ज्योति का कहना है, यह एक दुखद घटना है. जो कुछ भी हुआ वह सही नहीं था. अखाड़ा परिषद ने जनहित को ध्यान में रखते हुए अपना अमृत स्नान रद्द करने का फैसला किया है. एकत्रित श्रद्धालुओं की संख्या अनुमान से अधिक है. मैं लोगों से अपील करता हूं कि पूरा मेला क्षेत्र कुंभ है, इसलिए वे केवल त्रिवेणी घाट पर ही नहीं बल्कि किसी भी घाट पर स्नान कर सकते हैं.

हमें सरकार का सहयोग करना चाहिए: अखाड़ा परिषद

उत्तर प्रदेश: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष, रवींद्र पुरी कहते हैं, जो घटना हुई उससे हम दुखी हैं. हमारे साथ हजारों भक्त थे इसलिए सार्वजनिक हित में, हमने फैसला किया कि अखाड़े अमृत स्नान में भाग नहीं लेंगे. आज मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं. साथ ही, यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट तक जाना चाहते थे, इसके बजाय उन्हें पवित्र गंगा जहां भी दिखे, डुबकी लगा लेनी चाहिए. यह प्रशासन की गलती नहीं है करोड़ों लोगों को संभालना आसान नहीं है. हमें अधिकारियों के साथ सरकार का सहयोग करना चाहिए.

महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद सीएम योगी ने  श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह संगम नोज जाने के बजाय निकट के घाट पर स्नान कर लें। सीएम योगी ने कहा है कि स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं। लोग वहां स्नान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रशासन के नियमों का ध्यान रखें और किसी प्रकार की अफवाह में न आएं।

अखाड़ों में नहीं होगा अमृत स्नान 
मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ और भगदड़ की घटना के चलते सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान न करने का ऐलान किया है। यह ऐलान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र गिरी ने निरंजन छावनी से किया। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा जिस तरह से श्रद्धालुओं की भीड़ है और भगदड़ की घटना सामने आई है उससे अखाड़े ने स्नान न करने का फैसला लिया है। अखाड़े के वहां जाने से स्थिति और भी बिगड़ सकती थी।

संयम बरतने की अपील 

मौके से सामने आए वीडियो के अनुसार कुछ महिलाओं और बच्चों को भी चोट लगी है। अभी हालात काबू में बताये जाते हैं। महाकुंभ नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बरतने की अपील की है।  बताया जाता है कि प्रयागराज के संगम तट पर अमृत स्नान से पहले देर रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई। इसमें कुछ लोगों के मरने की बात कही जा रही है। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक भगदड़ मचते ही लोग दौड़ने लगे। अभी प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि श्रद्धालुगण मां गंगा के जिस भी घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। स्नानार्थियों के लिए कई घाट बनाए गये हैं, जहां सुविधाजनक रूप से स्नान किया जा सकता है। उन्होंने सभी से मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है। सीएम योगी ने सभी से अपील की है कि वह किसी भाी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें।

संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें

सीएम योगी के साथ ही धर्म गुरुओं ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है। स्वामी रामभद्राचार्य ने महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की कि वे सभी संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें और निकटतम घाट पर स्नान करें। लोग अपने शिविर से बाहर न निकलें। अपनी और एक दूसरे की सुरक्षा करें। उन्होंने वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख संत की हैसियत से सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने का आह्वान किया।

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की एंट्री रोकी गई

महाकुंभ में क्राउड डायवर्जन प्लान लागू किया गया है और महाकुंभ में श्रद्धालुओं की एंट्री रोक दी गई है। शहर के बाहर ही श्रद्धालुओं के जत्थों को रोका गया है। 10 से ज्यादा डीएम भीड़ को मैनेज करने में जुटे हैं। प्रयागराज के बॉर्डर के इलाकों में अधिकारियों को सक्रिय किया गया है।  गौरतलब है कि आज प्रयागराज महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान है। आज मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान है। लेकिन उससे पहले प्रयागराज में संगम तट पर भगदड़ मची है। जिसमें कई श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर है। घायलों को महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल और प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल ले जाया गया है।  प्रशासन के मुताबिक, मेला क्षेत्र में कुछ महिलाओं के दम घुटने की वजह से धक्का मुक्की हुई, जिसके बाद एक के ऊपर एक महिलाएं और पुरुष गिरे। बेरीकेडिंग टूटी और करीब 2 दर्जन घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। भगदड़ की सूचना मिलते ही 50 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं और घायलों को अलग अलग अस्पतालों में लेकर गई। घायलों का इलाज मेला परिसर में बने केंद्रीय अस्पताल में चल रहा है। कुछ घायलों को प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल में भेजा गया है। प्रशासन के मुताबिक, अब स्थिति काबू में है और श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वो अफवाहों पर ध्यान ना दें।

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