फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। साहित्यिक सांस्कृतिक और सामाजिक संस्था वीणा साहित्य परिषद् के द्वारा श्री राम जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।
नगर के बजरिया हरलाल स्थिति वरिष्ठ कवि राम अवतार शर्मा के आवास पर आयोजित काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार ज्योति स्वरूप अग्निहोत्री ने की। उन्होंने कहा कि आज भी संस्कृत का प्राचीन साहित्य प्रासंगिक है, महाकवि कालीदास से लेकर अनेकों महान रचनाकारों की भरत भूमि भारत है, युवा प्राचीन ग्रंथों के अनुवाद को पढक़र साहित्य के बारे में जाने। संस्कार भारती के प्रांतीय महामंत्री सुरेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि हजारों की तपस्या के बाद आज राम लला अयोध्या में विराजमान है, यह गौरव का विषय है, श्री राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े अनेकों वीरों ने अपने जीवन को त्याग दिया था। संजय गर्ग ने कहा कि आज भी जनपद का साहित्य गौरव का विषय है। कन्नौज से आए अतिथि कवि उमाशंकर वर्मा साहिल ने कहा कि है राम नाम अपराजित पौरुष का प्रतीक है राम नाम अस्मिता हमारे भारत की है राम नाम दुख दोपहरी में था सघन है, राम नाम सभ्यता हमारे भारत की रचना पढ़ी। राष्ट्रीय कवि डा0 सन्तोष पाण्डेय ने कहा कि अंगारों से डरती रहती है जब तक तरुणाई श्रृंगारों में सजती रहती है जब तक तरुणाई। तब तक नहीं देश का बेड़ा पार हुआ करता है, उपदेशों से नहीं राष्ट्र उद्धार हुआ करता है। गज़लकार नलिन श्रीवास्तव ने कहा कि जिंदगी में जब हमारी घुप्प अंधेरे छा गए, तुम न जाने तब कहां से चांद बनकर आ गए। जगत- मां शक्ति दे दो भक्ति दे दो मैं तुम्हें ध्याऊँ। सरल सी भावना दो, मैं तुम्हारे द्वार तक आऊं। महामंत्री राम मोहन शुक्ल ने कहा उठो पार्थ गांडीव उठाओ सुध लो सारे कौरव की। रचकर एक इतिहास नया लिख डालो गाथा गौरव की। राम शंकर अवस्थी ने वाणी वंदना की। राम शंकर अवस्थी, कृष्णकांत अक्षर, अनुराग दीक्षित, अमित त्रिवेदी, प्रेम सागर आदि ने काव्य पाठ किया। संचालन संस्था अध्यक्ष दिलीप कश्यप कलमकार ने किया। व्यवस्था नीरज शर्मा ने संभाली।