धक्का-मुक्की विवाद पर बोले राहुल गांधी-बाबा साहेब का योगदान मिटाना चाहती है बीजेपी, अमित शाह इस्तीफा दें

राज्यसभा में धक्का-मुक्की वाले विवाद के बाद कांग्रेस की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, जयराम रमेश समेत तमाम नेता मौजूद रहे। इस दौरान संविधान पर बहस के दौरान राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री के भाषण पर राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘सरकार और खासकर प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह डॉ. बीआर अंबेडकर के बारे में जो बयान दे रहे हैं, वह बहुत दुखद है और उन्होंने (अमित शाह) कल तथ्यों को देखे बिना ही प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। जवाहरलाल नेहरू, डॉ. बीआर अंबेडकर को गाली देने से पहले उन्हें तथ्यों को देखना चाहिए।

भाजपा सांसदों ने मुझे धक्का दिया, हमारा मजाक उड़ाया: खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम अपने सांसदों से साथ सदन में जा रहे थे, भाजपा के सांसद मकर द्वार पर आए और जबरदस्ती हमें रोका, हमारे साथ महिला सांसद भी थे, मैं किसी को धक्का देने की स्थिति में नहीं हूं. भाजपा के सांसदों ने मुझे भी धक्का दिया, मैं बैलेंस नहीं बना पाया और वहीं बैठ गया. मैंने उठकर बोलने की कोशिश की, इसीलिए मैं दोबारा उठा. हमारे साथ महिला सांसद थीं, उनके पास पुरुष सांसद थे जो हंगामा कर रहे थे, हमारा मजाक उड़ा रहे थे. इससे पहले खरगे ने कहा कि शाह ने बाबा साहेब आंबेडकर के खिलाफ जो बयान दिया है वो दुखदायी है. कल उन्होंने बिना फैक् के प्रेस कांफ्रेंस की थीं, कम से कम पहले जान लें फिर नेहरू जी को गालियां दो, आंबेडकर जी को अपमानित करो. मैं कहना चाहता हूं कि आज तक उन्होंने बाबा साहेब और जवाहर लाल नेहरू के बारे में जो कहा है वो सब झूठ है. अगर संसद में मुझे समय मिलता तो आज मैं बाबा साहेब आंबेडकर के लेटर के बारे में बताना चाहता था. बाबा साहेब अलीपुर रोड पर रहते थे वहां से उन्होंने एक खत अपने दोस्त को लिखा और उसमें स्पष्ट बताया था कि 1952 का चुनाव कैसे हुआ.

 वहीं इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि, बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस मामले में देश से माफी मांगे और केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा भी दें। राहुल गांधी ने आगे कहा कि भाजपा ने संसद में अदाणी के मामले पर चर्चा को रोकने की कोशिश की। भाजपा शुरू से इस पर मुद्दे को भटका रही है। इसके बाद गृह मंत्री का आंबेडकर को लेकर बयान आया। राहुल गांधी ने कहा कि- भाजपा की सोच आंबेडकर विरोधी है। आज फिर भाजपा ने फिर से फिर से मुद्दे को भटकाने की कोशिश की। हम आज संसद जा रहे थे, संसद की सीढ़ियों पर बीजेपी के सांसद डंडे लेकर खड़े थे और हमें अंदर नहीं जाने दे रहे थे।

हमने कोई गड़बड़ करने की कोशिश नहीं की

खरगे ने कहा कि सदन में आज जो हुआ, उसमें हम कोई भी गड़बड़ करने की कोशिश नहीं की. 14 दिन तक हमने लगातार विरोध प्रदर्शन किया. हमारे पास अडानी का मुद्दा था, बीच में जब संविधान की चर्चा आई तो उस वक्त अमित शाह ने भगवान की व्याख्या भी अलग कर दी,उन्होंने आंबेडकर का मजाक उड़ाया. हम चाहते थे अमित शाह को प्रधानमंत्री बर्खास्त करें, लेकिन वो ऐसा करने वाले नही हैं. इसीलिए हम विरोध प्रदर्शन करते हुए संसद में जा रहे थे.

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