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राजस्थान: छात्राओं को रात में गंदे मैसेज भेजता कॉलेज प्रिंसिपल, कमरे में अकेले बुलाता 

राजस्थान के कोटा शहर के रामपुरा गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं ने प्रिंसिपल पर आरोप लगाया है कि वो उनको अश्लील मैसेज भेजते हैं. देर रात चैट करने का दबाव बनाते हैं. फोटो मांगते हैं और ऐसा नहीं करने पर फेल करने की धमकी तक देते हैं. छात्राओं ने कहा कि पिछले कई महीने से वो मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रही थीं. अब उन्होंने हिम्मत की है और मामला उजागर किया है.

छात्राओं ने कॉलेज शिक्षा के कोटा संभाग के सहायक निदेशक विजय पंचौली को सात अप्रैल को लिखित में शिकायत शिकायत दी थी. छात्राओं ने मैसेज के सक्रीनशॉर्ट भी शेयर किए. विजय पंचौली ने छात्राओं की शिकायत को जांच के लिए राजस्थान के डायरेक्टर कॉलेज एजुकेशन को भिजवा दिया है.

कॉलेज की छात्रओं ने प्रिंसिपल पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रिंसिपल फ्रेशर स्टूडेंट से पहले ठीक से बात करके उनको जाल में फंसाते हैं. जब वो जान जाते है कि छात्राएं उनके जाल में फंस चुकी हैं. तब प्रिसिंपल उनको मैसेज करना शुरू कर देते हैं. वहीं वो छात्राएं जो उनके जाल में नहीं फंसती वो उनको कम मार्क्स देने या फेल करने की बात कहकर डराते हैं.

नंबर काटने की धमकी दी जाती है

कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया कि वो जब भी प्रिंसिपल के पास उनकी हरकतों के लिए विरोध जाताने जाती हैं, तो उनको गार्ड प्रिंसिपल के चेंबर के बाहर ही रोककर कहता कि अंदर गेस्ट हैं, जबकि प्रिंसिपल चेंबर में कॉलेज के ही किसी लड़की के साथ रहते हैं. उन्होंने कहा कि विरोध करने पर उनको प्रेक्टिकल के नंबर काटने की धमकी मिलती है.

छात्राओं ने लगाए गंभीर आरोप

छात्राओं ने प्रिंसिपल पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. कॉलेज के छात्राओं ने कहा कि प्रिंसिपल आए दिन उनको अपने कमरे में बुलाता है और वहां जबरदस्ती बैठाकर रखता है. इस दौरान कमरे में कोई ना आए, इसके लिए गार्ड को कमरे के बाहर तैनात किया जाता है. चैटिंग पर अश्लील बातचीत के अलावा भी छात्राओं ने प्रिंसिपल पर कई गंभीर आरोप लगाए.

प्रिंसिपल को बचाने का प्रयास

कॉलेज की छात्राओं का आरोप था कि प्रिंसिपल को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. समिति बनाने के नाम पर पूरे मामले को टाला गया है. उन्होंने कहा कि वो अनिश्चितकालीन धरना देंगे. अगर 24 घंटे में प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले समय में छात्र सड़क पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करेंगे.

इस संबंध में छात्रों ने सहायक निदेशक प्रोफेसर विजय पंचोली से मुलाकात की और उनको मामले की लिखित शिकायत देते हुए कार्रवाई करने की मांग की. इस दौरान छात्रों की फोन पर सहायक निदेशक ने उच्च अधिकारियों से बातचीत करवाई. इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. इस दौरान छात्राओं ने कहा कि प्रदेश के सभी छात्र महाविद्यालय में एक महिला प्रिंसिपल होनी चाहिए. साथ ही वहां ज्यादातर स्टाफ महिला होनी चाहिए. क्योंकि आए दिन इस तरह की शिकायत मिलती है. ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई नहीं होती. इसलिए घटनाओं का सिलसिला जारी है.

उन्होंने प्रिंसिपल को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की और सख्त कार्रवाई नहीं होने पर आगामी दिनों में उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दी. वहीं दूसरी ओर यह मामला सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है. लगातार प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लग रहे हैं.

प्रिंसिपल ने आरोपों को बताया निराधार

छात्राओं ने प्रिसिंपल पर कुछ गर्ल्स अपने ग्रुप में लेकर उनके जरिये दूसरी छात्राओं को फंसाने का आरोप भी लगाया. छात्राओं ने मैसेज के स्क्रीनशॉर्ट भी दिए हैं. प्रिंसिपल पर ये भी आरोप है कि पिछले महीने माउंट आबू गए टूर पर ज्यादातर छात्राएं बस से गईं, लेकिन कुछ छात्राओं को प्रिंंसिपल अपनी कार में ले गए. वहीं कॉलेज के प्रिंसीपल ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों को निराधार बताया है. उनका कहना है कि उनकी 21 साल की नौकरी में उन्होंंने कोई गलत काम नहीं किया है.

 

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