फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। समाजसेवी व व्यापार मण्डल के प्रदेश उपाध्यक्ष एवम् विभिन्न संगठनों के प्रमुख रहे अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ का 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनकी तबियत कई दिनों से खराब थी। उन्हें डा0 हरिदत्त नर्सिंग होम में भर्ती किया गया था। उन्होंने बुधवार दोपहर 1बजे अंतिम सांस ली। गुरुवार को उनका अन्तिम संस्कार पांचाल घाट पर किया जाएगा। अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ सेनापति वार्ड के सभासद रहे। वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पुराने कार्यकर्ता थे और पूर्व प्रदेश मंत्री स्व0 ब्रह्मदत्त द्विवेदी के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में रहे। व्यापार मंडल की स्थापना के बाद वह उसके जिलाध्यक्ष बने और व्यापारियों के लिए उन्होंने आजीवन संघर्ष किया। बाद में वह स्व0 पंडित श्याम बिहारी मिश्रा के व्यापार मंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष बने और व्यापारी हितों के लिए उन्होंने आजीवन आंदोलन किया। नगर के विभिन्न कार्यक्रमों में उन्हें मुख्य अतिथि बनाकर कार्यक्रम आयोजक उन्हें सम्मान देते थे। ददुआ की अनुपस्थति में कई कार्यक्रमों को अपूर्ण माना जाता था। जनपद ब्राह्मण समाज के वह जिलाध्यक्ष रहे। परशुराम शोभायात्रा उन्ही के नेतृत्व में हर वर्ष निकाली जाती थी। भारतीय पाठशाला में होने वाली रामलीला में वह जनक जी की भूमिका निभाते थे। वह एक उत्तम रंगकर्मी भी थे। वह सर्राफा कमेटी में जिलाध्यक्ष भी रहे। नेहरू रोड पर उनकी सर्राफे की दुकान है और वह प्रमुख स्वर्णकार भी रहे। वह साहित्यिक संस्था अभिव्यंजना के आजीवन सदस्य भी रहे। सर्वधर्म सम्मेलन में उन्हें बुलाया जाता था, क्योंकि वह हिंदू मुस्लिम एकता के सूत्रधार थे। पढ़ाई के बाद ददुआ ने संस्कृत विद्यालय में अध्यापक के रुप में पढ़ाया। ददुआ के दिल्ली ख्याली कूंचा स्थित उनके आवास पर व्यापारियो, समाजससेवियो, साहित्यकारों, सभी धर्मो के समर्थकों ने पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।