विभिन्न शिक्षक संगठनों ने एक साथ किया विरोध
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ व अटेवा ने संयुक्त रुप से ऑन लाइन उपस्थिति का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन कलेक्टे्रट पहुंचकर एसडीएम सदर को सौंपा। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष संजय तिवारी व अटेवा जिलाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह जाटव ने ज्ञापन सौंपकर मांग की कि परिषदीय विद्यालय में पंजिकाओं डिजिटाइजेशन/ऑनलाइन उपस्थिति शिक्षकों के लिए एक समस्या है। महानिदेशक स्कूली शिक्षा व राज्य परियोजना निदेशक ने परिषदीय विद्यालयों में छात्र उपस्थिति पंजिका एवं एमडीएम पंजिका एवं डिजिटल रुप से व्यवहत करने एवं निरीक्षण पंजिका को छोडक़र अन्य समस्त पंजिकाएं 15 जुलाई से डिजिटल रुप से किये जाने का आदेश निर्गत किया है। 8 जुलाई से शिक्षकों का डिजिटल रुप से किये जाने का आदेश निर्गत हुआ है। जो ठीक नहीं है। ज्ञापन में अंकित समस्याओं का निस्तारण न होने पर 14 मार्च 2024 को कार्यालय लखनऊ में धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी गई थी। निर्धारित तिथि तक समस्याओं का निराकरण न होने के कारण संगठन ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया था। धरने में प्रतिनिधि मण्डल से वार्ता के दौरान आश्वासन दिया गया था कि डिजिटाइजेशन जुड़ी मौलिक समस्याओं के निस्तारण के पश्चात ही व्यवस्था को लागू किया जायेगा। विभागीय अधिकारी दमन पूर्वक ऑन लाइन उपस्थिति व्यवस्था लागू करना चाहते है। जिसका राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ विरोध करता है। साथ ही लीव अवकाश का विकल्प प्रदान किया जाये, अन्य विभागों की भांति शिक्षा विभाग में भी अवकाश के दिनों में देय प्रतिकर अवकाश का विकल्प मानव संपदा पोर्टल पर प्रदान किया जाये, आदि ६ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष संजय तिवारी, अटेवा जिलाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह जाटव, पुष्पा सिंह, प्रवेश कटियार, मजहर मोहम्मद खान, वीरेन्द्र त्रिवेदी, सुनील दीक्षित, कुशल मिश्रा, ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, विमलेश शाक्य, जगदीश नारायण अवस्थी, रेनू सिंह, दीपक शर्मा, वीरेन्द्र त्रिवेदी, सुधीर कुमार पाल, विजेन्द्र सिंह पाल, सतीश चन्द्र, पीयूष कटियार, आदि शिक्षक मौजूद रहे।
पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन/ऑन लाइन उपस्थिति का शिक्षकों ने विरोध कर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
