(फतेहपुर)। कंपोजिट विद्यालय चमरपुरवा (सेमौरी) में निरीक्षण रिपोर्ट दबाने के नाम पर इंचार्ज प्रधानाध्यापक से 20 हजार रुपये की रिश्वत लेने में सहायक अध्यापक को प्रयागराज की एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। टीम का दावा है कि सहायक अध्यापक ने पूछताछ में कबूल किया है कि वह एक बीईओ के कहने पर आया था। देर शाम टीम आरोपी को लेकर वाराणसी रवाना हो गई है। टीम ने यह कार्रवाई इंचार्ज प्रधानाध्यापक की शिकायत पर की है।
लखनऊ के राजाजीपुरम निवासी पवन कुमार गुप्ता सेमौरी ग्राम सभा के मजरा चमरपुरवा स्थित कंपोजिट विद्यालय में इंचार्ज प्रधानाध्यापक हैं। शुक्रवार को दमकल के पास स्थित ओम मिष्ठान भंडार पर मौजूद थे। कुछ देर बाद वहां खागा के विजय नगर निवासी संदीप कुमार गुप्ता पहुंचे। संदीप प्राइमरी विद्यालय कुटीपुर खागा में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात हैं। इस दौरान पवन ने उन्हें 20 हजार रुपये दिए। संदीप कुमार ने रुपये पास रख लिए। इसी समय भ्रष्टाचार निवारण संगठन की प्रयागराज टीम के निरीक्षक राकेश बहादुर सिंह, रवींद्र सिंह, उप निरीक्षक अर्जुन सिंह ने संदीप को पकड़ लिया। उनके पास से रिश्वत का 20 हजार रुपये बरामद कर लिए।
टीम संदीप को लेकर कोतवाली पहुंची और उनसे पूछताछ शुरू की। टीम के अनुसार पूछताछ में संदीप ने बताया कि वह एक बीईओ के कहने पर रुपये लेने आया था। जांच में साफ हुआ कि बीईओ ने पवन कुमार गुप्ता के विद्यालय का फरवरी में तीन बार निरीक्षण किया था। खामियां निकाल उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की बात कही थी। कार्रवाई रिपोर्ट नहीं भेजने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी।
टीम संदीप को लेकर कोतवाली पहुंची और उनसे पूछताछ शुरू की। टीम के अनुसार पूछताछ में संदीप ने बताया कि वह एक बीईओ के कहने पर रुपये लेने आया था। जांच में साफ हुआ कि बीईओ ने पवन कुमार गुप्ता के विद्यालय का फरवरी में तीन बार निरीक्षण किया था। खामियां निकाल उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की बात कही थी। कार्रवाई रिपोर्ट नहीं भेजने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी।