अमिताभ श्रीवास्तव।
समृद्धि न्यूज़ अयोध्या। रविवार को भारतीय मूल के सिंगापुरी व्यवसायी, सामाजिक उद्यमी और परोपकारी स्मार्ट ग्रुप ऑफ कंपनीज के संस्थापक अध्यक्ष,ग्लोबल सिटीजन फोरम के संस्थापक और फॉरेन इन्वेस्टर्स इंडिया फोरम के वैश्विक अध्यक्ष,वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ यूनाइटेड नेशन्स एसोसिएशन के मानद अध्यक्ष राजर्षि डॉ भूपेंद्र कुमार मोदी अयोध्या पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। अपने 75वे जन्मदिन के अवसर पर अयोध्या पहुंचे राजऋषि डॉ भूपेंद्र कुमार मोदी ने कहा कि अयोध्या का इतिहास भारत के इतिहास से जुड़ा है।
भगवान श्री राम के मंदिर के लिए पांच सौ वर्षों का लंबा संघर्ष किया गया है।विश्व हिंदू परिषद से लगभग 40 वर्षो से जुड़े होने के दौरान हमारी कोशिश रही कि अयोध्या में भव्य दिव्य राममंदिर का निर्माण हो।आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास और सुप्रीम कोर्ट के आदेश से वह सपना साकार हो रहा है जो दुनिया के सभी सनातनियों के लिए अत्यंत गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि हम सभी का यह सपना था कि भारत सनातन देश के रूप में दिखे और भारत को सनातन राष्ट्र बनाया जाए।इसके लिए वे 25 वर्षों से विदेशों में घूम रहे हैं और भारत को विश्व के सनातनियों से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।पूरे विश्व में करीब तीन करोड़ से अधिक सनातनी हैं। अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण की शुरुआत हो चुकी है और भगवान राम के मंदिर निर्माण की शुरुआत के साथ ही देश के सनातन राष्ट्र बनने की शुरुआत भी हो गई है।डॉ मोदी ने कहा कि हमारी कोशिश सनातन को आगे ले जाना है।सनातन के इसी कार्य को आगे ले जाने के लिए ही देश के चारो शंकराचार्यों ने हमे राजर्षि की उपाधि देते हुए यह धर्मदण्ड प्रदान किया है।आज जो राम मंदिर जो बन रहा है यह तो पहला पड़ाव है।राजा राम पहले राजा थे जिन्होंने पूरे भारत को जीत लिया था और उन्होंने पूरे भारत में रामराज्य की स्थापना की।हमारे साथी अशोक सिंघल,जो आज हमारे साथ नही है कई वर्षो तक कार्य किया उनका भी आशीर्वाद हमारे साथ है।सन्यास लेने के उपरांत अब मेरा कार्य है कि हम भारत को सनातन राष्ट्र बनाने के लिए कार्य करे।इस दौरान उनके साथ जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि आलोक सिंह रोहित भी मौजूद रहे।