इटावा जिला… सोमवार का दिन था. पुलिस के डायल 112 नंबर पर यहां रहने वाले एक सर्राफा कारोबारी मुकेश वर्मा (50) ने फोन किया. बोला- मेरी बीवी और तीन बच्चों ने सुसाइड कर लिया है. सब कुछ खत्म हो गया है और अब मैं भी जीना नहीं चाहता. इसलिए मैं भी मरने जा रहा हूं. फोन कॉल रखते ही पुलिस की एक टीम मुकेश के घर पहुंची. जबकि, एक टीम मुकेश को ढूंढने में जुट गई. पुलिस जब लालपुरा तिराहे पर स्थित मुकेश के घर पहुंची तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. वहां पुलिस को चार लाश मिलीं. ये लाशें थीं- मुकेश की पत्नी रेखा वर्मा (45) और तीन बच्चों भव्या (18), काव्या (16) और अभिष्ट (14) कीं. सभी के गले पर निशान मिले. लेकिन खून का एक भी कतरा नहीं बहा था. पुलिस ने तुरंत फोरेंसिक टीम को बुलाया. सारे अहम सबूत एकत्रित कर उन्हें जांच के लिए भेजा गया. फिर शवों को भी पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया. दूसरी तरफ, पुलिस ने रेलवे स्टेशन के पास से मुकेश को भी गिरफ्तार कर लिया. उससे पूछताछ शुरू की गई. मुकेश बोला- मैं दिल्ली में सोना खरीदने का काम करता हूं. मैं 8 से 10 दिन में घर आता-जाता रहता था. ये मेरी दूसरी शादी थी.पहली बीवी की साल 2005 में कैंसर से मौत हो गई थी. फिर मैंने रेखा से दो साल बाद यानि 2007 में शादी की. भव्या मेरी पहली पत्नी की बेटी है. रेखा से शादी के बाद हमारे घर काव्या और अभिष्ट पैदा हुए. भव्या दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रही थी. वह दिवाली पर घर आई थी. छोटी बेटी काव्या 12वीं क्लास में पढ़ती थी. एसएसपी संजय कुमार ने बताया- हमने जांच में पाया कि मुकेश वर्मा ने ही अपनी पत्नी और अपने तीन बच्चों की जहरीला पदार्थ खिलाकर के हत्या की है. क्योंकि घटनास्थल से खून का कोई निशान बरामद नहीं हुआ है. फॉरेंसिक टीम को वहां से नशे की दवाइयां भी बरामद हुई हैं.
सर्राफा कारीगर मुकेश वर्मा की ओर से लिखा हुआ एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है. जिसको लेकर के पुलिस बारीकी से अवलोकन करने में जुटी हुई है. स्थानीय लोगों की ओर से ऐसा कहा जा रहा है कि मुकेश वर्मा का घर सुबह 9 के आसपास से बंद था. अनुमान ऐसा लगाया जा रहा है कि नींद की दवाई देकर के परिवार के एक साथ चार सदस्यों को मारने की घटना सुबह के समय घटित हुई है. लेकिन खुद मुकेश सोमवार देर शाम इटावा रेलवे स्टेशन पर आत्महत्या करने के लिए पहुंचा. पीएम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के आधार पर चारों की मौत की असल वजह सामने आ पाएगी.
सर्राफा कारोबारी ही निकला अपने परिवार का कातिल
