*ग्राम पंचायत कार्यालय फरीदपुर का मामला, प्रधान बताते है खुद को भाजपा नेता
नवाबगंज, समृद्धि न्यूज। सप्ताह भर से अधिक बीत गया ग्राम पंचायत कार्यालय परिसर में बीमारी से मरी गाय के शव को देखने कोई नहीं आया। जिससे गौवंश का कंकाल अभी तक वहीं पड़ा हुआ है। लापरवाही की सारी सीमायें टूट गयी। जनप्रतिनिधियों की निगाह भी इधर नहीं है।
विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत फरीदपुर में बने पंचायत भवन कार्यालय में बीते 8 दिन पूर्व एक गौवंश आ गया था, जो बीमार था। उसे देखने कोई नहीं पहुंचा और न ही इलाज कराया गया। परिणाम स्वरुप उसकी कार्यालय परिसर में ही मौत हो गई। इसके बाद भी कोई देखने नहीं पहुंचा। गौवंश का शव सड़ता रहा। उसे जानवरों ने नोंच डाला। जिससे उसका कंकाल निकल आया है। इतना सबकुछ होने के बावजूद भी जनप्रतिनिधियों की आंखे अब तक नहीं खुली, जबकि आसपास क्षेत्रों में बदबू फैली रही। कंकाल हो जाने के बावजूद भी गौवंश का शव वहीं पड़ा है। योगी शासन में गौवंश और गौंवश के शव की यह दुर्दशा देखने को मिल रही है तो फिर पहले क्या होता रहा होगा। इसका आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है। ग्राम प्रधान व उनके समर्थक बढ़-चढ़कर हिन्दुत्व का नारा देते है और खुद को भाजपा का कार्यकर्ता बताते है, लेकिन उन्हीं के ग्राम पंचायत भवन में गौवंश की दयनीय दशा देखी नहीं जा रही है।
पंचायत भवन में पंचायत सहायकों की सरकार द्वारा नियुक्ति की गई है जो कि ग्रामसभा के सभी ग्रामीणों के कार्य पंचायत भवन में निपटाने की जिम्मेदारी उठाते है, लेकिन अपनी नियुक्ति एवं प्रतिमाह पूरा वेतन लेने के बावजूद भी लापरवाही की चरम सीमा पार की जा रही है। इस बाबत जानकारी ग्राम सचिव रविंद्र राठौर से की गई तो उनका फोन स्विच ऑफ जा रहा था। बीडीओ गगनदीप सिंह से इस संदर्भ में जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है, फिर भी मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।