30 अंकों का होता है विद्यालय स्तर पर आंतरिक मूल्यांकन
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत यू0पी0 बोर्ड परीक्षा में 1 अप्रैल से शुरू होने वाले नये सत्र (2025-26) से विषय वार परीक्षार्थियों का होने वाला आन्तरिक मूल्यांकन का मानक बदल जाएगा। इसके लिए यू0पी0 बोर्ड ने प्रारम्भिक तौर पर एक प्रारूप (ड्राफ्ट) तैयार किया है। इसे शिक्षा विदों द्वारा अन्तिम रूप दिया जाएगा।
शिक्षा विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यू0पी0 बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा 2025-26 के लिए छात्र-छात्राओं के विषयवार आतंरिक मूल्यांकन में विद्यालय व शिक्षकवार अलग-अलग व्यवस्था अब नहीं चलेगी। सत्र 2024-25 तक लागू आन्तरिक मूल्यांकन व्यवस्था को बोर्ड ने नये सत्र 2025-26 में मानक बदलने का फैसला किया है। नई व्यवस्था को विशेषज्ञों की कार्यशाला में अंतिम रुप दिया जायेगा। इसके पश्चात परीक्षार्थियों के विषयवार आन्तरिक मूल्यांकन की गाइडलाइन जारी की जाएगी। उसी के अनुसार शिक्षकों को आंतरिक मूल्यांकन करना होगा। आंतरिक मूल्याकन ३0 अंकों का होता है। बार्ड की लिखित परीक्षा में जुड़ते वर्तमान में शिक्षक छात्र-छात्राओं से संबंधित विषय में एवं प्रोजेक्ट वर्क से जुड़े कुछ प्रश्न पूछकर तथा छमाही लिखित परीक्षा के अंकों के आधार पर आतंरिक मूल्यांकन के अंक देते हैं। इस प्रक्रिकया में एक ही विद्यालय में अलग सेक्शन के छात्र-छात्राओ के आंतरिक मूल्यांकन के तरीके से एकरूपता नहीं हो पाती थी। माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के पूर्व जिला उपाध्यक्ष संतोष दुबे व पूर्व जिला संयुक्त मंत्री सत्येन्द्र सिंह ने आन्तरिक मूल्यांकन की नई व्यवस्था लागू करने के बोर्ड के कदम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था छात्र-छात्राओं के हित में होगी।
नये सत्र से यू.पी. बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में आन्तरिक मूल्यांकन का बदल जायेगा मानक
