भूख मिटाना काम हमारे आलू का, मिलता क्यों नहीं दाम हमारे आलू का: विशाल श्रीवास्तव

सेवा पांचाल नगरी के बैनर तले रामनगरिया में हुआ काव्योत्सव
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज।
सेवा पांचाल नगरी के बैनर तले मेला श्री रामनगरिया स्थित कैम्प कार्यालय में काव्योत्सव का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्राचार्या डॉ0 शालिनी व संस्था सरंक्षक जगदीश प्रसाद वर्मा ने किया।
विशाल श्रीवास्तव ने भूख मिटाना काम हमारे आलू का, मिलता क्यों नहीं दाम हमारे आलू का। फर्रुखाबादी आलू के ही चर्चे हैं। अखबारों में नाम हमारे आलू का पंक्तियां पढ़ीं। अतुल फर्रुखाबादी ने बाधाओं को अनुकूल बनाना पड़ता है, कांटों को भी फूल बनाना पड़ता है। मधुसूदन की वंशी जब काम न आए, भोले का त्रिशूल बनाना पड़ता है की पंक्तियां पढ़ीं। प्रियांशु पाण्डेय न जो कर संघार रावण का भी थे तरपाल के नीचे, उन्हें सिर पर सजा कर फिर से उनके घर को लाए हैं, अवध में राम आए हैं, अवध में राम आए हैं पंक्तियां पढ़ीं।

अनुराग दीक्षित ने आज सब हर्षित हैं पुरग्राम, अवध में फिर से आए राम पंक्तियां पढ़ीं। अमित त्रिवेदी ने कुछ भी हो सकता है, लेकिन यार मगर, बिना सिया के राम नहीं हो सकता है पंक्तियां पढ़ीं। वैभव सोमवंशी ने बदला बदला लग रहा अब सारा संसार, परिवर्तित होने लगा खान पान व्यवहार पंक्तियाँ पढ़ीं।
डॉ0 शालिनी ने काव्योत्सव की भूरि भूरि प्रशंसा की और संस्था संस्थापक राहुल वर्मा द्वारा किए जा रहे समाजसेवा व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए सराहना की। जगदीश प्रसाद वर्मा ने आगन्तुक कवियों का सम्मान किया। संस्था संस्थापक राहुल वर्मा ने आए हुए सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया और आगे भी ऐसे ही कार्यक्रम होते रहेंगे। इस अवसर पर रजनेश वर्मा, विपिन अवस्थी, विपिन सिंह, सिद्धार्थ आदि लोग उपस्थित रहे। संचालन युवा साहित्यकार विशाल श्रीवास्तव ने किया।

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