शुभ मंगल, शिव महापुराण कथा: शिव के अनोखे रहस्य से पर्दा उठाया आचार्य सतीश सद्गुरूनाथ जी महाराज
चमत्कार को ही नमस्कार करती है दुनिया: आचार्य सतीश सद्गुरूनाथ जी महाराज
कथावाचक, आध्यात्मिक चिंतक, दिव्य ज्ञानी, परम आदरणीय आचार्य सतीश सद्गुरूनाथ जी महाराज द्वारा शुभ मंगल, शिव महापुराण कथा का आयोजन फर्रूखाबद में द केयर हाॅस्पिटल के सामने आवास विकास काॅलोनी में लगातार जारी है। भगवान शिव की प्रेरणा लगातार पूरे भारतवर्ष में शिव महापुराण कथा का अलख जगाने वाले आचार्य सतीश सद्गुरूनाथ जी महाराज लोगों को भगवान शिव के अलौलिक रहस्य से पर्दा उठा कर लोगों को आश्चर्यचकित करते रहे हैं। भगवान शिव के अनेक रहस्यों पर से वे अपने विभिन्न कार्यक्रमों में लगातार बताते आ रहे हैं। शिव का विशेष आशीर्वाद सद्गुरूनाथ जी महाराज को प्राप्त है तभी तो वे विभिन्न प्रकार की समस्याओं को चुटकी बजाते ही दूर कर देते हैं।
आचार्य सतीश सद्गुरूनाथ जी महाराज ने शिवमहापुराण कथा के दौरान बताया कि शिव ही एक ऐसे भगवान हैं जो मृत्यु से परे हैं। उनकी भक्ति से बड़े से बड़े कष्ट आसानी से दूर किये जा सकते हैं। भोलेनाथ इतने दयालु हैं कि एक लोटा जल से हर समस्या का हल कर देते हैं। जरूरत है उन पर विश्वास कायम रहे।
सद्गुरूनाथ जी द्वारा प्रतिदिन ही कथा सुनने के बाद लोगों को भगवान के प्रति सुंदर अनुभूतियां होती है। किसी की बीमारी छूमंतर हो जाती है तो किसी को गृह क्लेश से मुक्ति मिलती है। इनकी कथा सुनने के लिए काफी संख्या में महिलाएं एवं युवावर्ग के लोग रहते हैं। जो अपनी परेशानियां सद्गुरूनाथ जी के सम्मुख कहते हैं परम पूज्य आचार्य सतीश सद्गुरूनाथ जी महाराज भी अपने भक्तों को मायूस नहीं करते हैं। भोलेनाथ के दरबार में ये लोगों की परेशानियां बताते हैं एवं भोलेनाथ की कृपा से सालों से चली आ रही परेशानी गुरूनाथ जी के आशीर्वाद से दूर हो जाती है।
कथा स्थल पर आए हुए श्र(ालु मनोज गुप्ता ने कहा कि सद्गुरूनाथ जी महाराज सचमुच इस कलि काल में भगवान के सच्चे दूत हैं जो इस भवसागर से लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए आए हैं। यहां आकर एक विशेष प्रकार की अनुभूति हुई। लगा कि भगवान शंकर अब सारे कष्ट आसानी से दूर कर देंगे। गुरूनाथ जी महाराज ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी लंबी चली आ रही बीमारी कुछ पूजा-पाठ से ही आसानी से दूर हो जाएगी मैंने सद्गुरूनाथ जी महाराज के बारे में काफी पहले ही सुन रखा है कि वो चुटकी बजाते ही समस्याओं का हल कर देते हैं। गृह-क्लेश हो या बिजनेस मंदा पड़ा हो, शादी में अड़चन हो या फिर बीमारी ठीक नहीं हो रही हो तो गुरूवर कुछ उपाय बताते हैं जिसको करने से आसानी से कष्ट से मुक्ति मिल जाती है।
कथा के दौरान आचार्य सतीश सद्गुरूनाथ जी महाराज ने ग्रंथों के महत्व पर भी प्रकाश डाला और कहा कि गीता हो या शिव महापुराण इनमें इतनी ज्ञान की बातें हैं कि आपके जीवन में आने वाली कोई भी ऐसी परेशानी नहीं है जिसका समाधान इन पुस्तकों में न हो। स्वयं भगवान शिव और कृष्ण द्वारा कहे गए ये ग्रंथ भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर है। सनातन प्रेमियों के लिए ये एक बहुत बड़ा ज्ञान का श्रोत हैं। लेकिन आज कल की युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति में ढ़ल कर अपनी अनमोल विरासत को भूलती जा रही है। गीत एवं शिव महापुराण अभी भी बहुत कम हिंदुओं के घर में रहता है ये विडंबना है कि लोग इसके बारे में जानते भी बहुत कम हैं।