केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है। अब चिराग को जेड कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। बताया गया है कि इससे पहले चिराग को एसएसबी के कमांडो की सुरक्षा मिली हुई थी। हालांकि, जेड कैटेगरी की सिक्योरिटी मिलने के साथ ही अब उन्हें सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा देंगे।जेड कैटेगरी की सुरक्षा में चिराग के आसपास 22 सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे। इनमें सीआरपीएफ जवानों के अलावा चार से पांच एनएसजी कमांडो और कुछ पुलिसकर्मी तैनात होते हैं। इसके अलावा उनकी सुरक्षा में एक एस्कॉर्ट गाड़ी, एक पायलट वाहन और यात्रा के दौरान सुरक्षा के अलग-अलग दायरे तय कर दिए जाते हैं। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास गुट) के प्रमुख को गृह मंत्रालय ने Z कैटेगरी की सुरक्षा दी है. इससे पहले उनकी सुरक्षा में SSB के कमांडो तैनात थे. देश में कई नेताओं को सिक्योरिटी दी गई है. भारत में गृह मंत्रालय किसी भी व्यक्ति को सुरक्षा देने का निर्णय लेता है. इस ‘जेड’ कैटेगरी की सुरक्षा के तहत, चिराग पासवाल की 33 कर्मी सुरक्षा में तैनात रहेंगे, जिसमें उनके आवास पर 10 सशस्त्र गार्ड, 24/7 ड्यूटी पर 6 व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) और तीन शिफ्टों में सशस्त्र एस्कॉर्ट के लिए 12 कमांडो शामिल होंगे. इसके साथ ही, 2 कमांडो शिफ्ट में निगरानी ड्यूटी पर रहेंगे, जबकि 3 ड्राइवर चौबीसों घंटे उनकी सुरक्षा में रहेंगे. केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के मंत्री चिराग पासवान बिहार के जमुई से सांसद हैं. चिराग पासवान फिलहाल फ्रांस के डिजॉन शहर में आयोजित 45वें विश्व वाइन सम्मेलन में शामिल होने के लिए गए हुए हैं. चिराग पासवान ने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए राजनीति में कदम रखा. साथ ही पिता की मृत्यु के बाद उन्होंने पार्टी की कमान संभाली. चिराग पासवान ने लोकसभा 2024 के चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन किया और सीट शेयरिंग के बाद खाते में आई पांचों सीटों पर जीत हासिल की. साल 2019 में भी चिराग पासवान ने अपनी सीट बरकरार रखी थी और जीत हासिल की थी. भारत सरकार की तरफ से देश के कुछ लोगों को X, Y, Y-पल्स, Z, Z-पल्स लेवल की सिक्योरिटी दी जाती है. किसको कौन सी सिक्योरिटी दी जानी है, इसका फैसला गृह मंत्रालय करता है. साथ ही एक एसपीजी लेवल की सिक्योरिटी होती है, जो देश के प्रधानमंत्री को दी गई है.