कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आज संभल जाएंगे, लेकिन प्रशासन ने एंट्री की इजाजत नहीं है. इस बीच राहुल और प्रियंका को रोकने के लिए प्रशासन ने बड़े स्तर पर तैयारी की है. संभल के जिला अधिकारी ने पड़ोसी जिलों के जिलाधिकारियों को चिट्ठी लिखकर गुहार लगाई है कि राहुल गांधी को सीमा पर रोका जाए. वहीं, दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर पर भीषण जाम लग गया है. पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड की वजह से गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रैफिक जाम हुआ है. साथ ही साथ भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. प्रशासन ने संभल के आसपास के चार जिलों, बुलंदशहर, अमरोहा, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर को अलर्ट पर रखा है. वहां के अधिकारियों को राहुल गांधी और उनके साथ आने वाले नेताओं को अपने-अपने जिलों की सीमाओं पर रोकने को कहा है. संभल के एसपी केके बिश्नोई ने भी राहुल गांधी से अपील की है कि वो अपना संभल दौरा टाल दें.
#WATCH | Traffic congestion at the Ghazipur border on the Delhi-Meerut Expressway.
Security is heightened at the border as Lok Sabha LoP and Congress MPs Rahul Gandhi & Priyanka Gandhi Vadra are likely to visit violence-hit Sambhal today. pic.twitter.com/XVZAXgAkWb
— ANI (@ANI) December 4, 2024
कांग्रेस के नेता और सांसद सुबह 9 बजे के आसपास पार्टी दफ्तर में इकट्ठा होंगे. इसके बाद यहीं राहुल और प्रियंका भी आ सकते है, जिसके बाद सम्भल के लिए निकलेंगे. वे गाजीपुर के रास्ते 12.30 से डेढ़ के बीच सम्भल पहुंचेंगे. कांग्रेस राहुल गांधी रोके जाने पर प्रशासन से 5 लोगों के साथ या उससे भी कम लोगों के साथ संभल जाने देने की मांग करेगी. संभल प्रशासन ने 10 दिसंबर तक बाहरी शख्स की एंट्री पर रोक लगा रखी है. यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि सुबह 10 बजे प्रतिनिधिमंडल रवाना होगा. इस प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, प्रभारी अविनाश पांडे, मैं और यूपी के हमारे सांसद, हम सभी संभल जाएंगे. कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा, ‘सरकार हमें क्यों रोक रही है? वह क्या छिपाने की कोशिश कर रही है, उसे किससे डर है? विपक्ष के नेता होने के नाते उन्हें यह देखने का अधिकार है कि देश में क्या चल रहा है. संभल में जो घटना हुई, वह बेहद निंदनीय है. लोग मारे गए हैं. कौन जिम्मेदार है? अगर विपक्ष के नेता घटनास्थल पर नहीं जाएंगे, तो वे संसद में इस मुद्दे को कैसे रखेंगे? हम संभल के हालात देखना चाहते हैं, लेकिन सरकार हमें क्यों रोक रही है? क्या यह तानाशाही नहीं है? राहुल गांधी निश्चित रूप से संभल जाएंगे और पीड़ित परिवारों से मिलेंगे और उनकी आवाज उठाएंगे.’
#WATCH | Security deployed at Chhajarsi Toll Plaza near Hapur, Uttar Pradesh as Lok Sabha LoP and Congress MPs Rahul Gandhi & Priyanka Gandhi Vadra are likely to visit violence-hit Sambhal today. pic.twitter.com/lQBi6Ej50X
— ANI (@ANI) December 4, 2024
प्रशासन ने की राहुल गांधी को रोकने की तैयारी
इधर राहुल गांधी के दौरे को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी तैयारी की गई है. प्रशासन की ओर से यूपी के बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात की गई है. संभल के डीएम राजेंद्र पैंसिया ने इस संबंध में पड़ोसी जिलों को चिट्ठी लिखी है और राहुल गांधी को बॉर्डर पर ही रोकने के निर्देश जारी किए हैं. गाजियाबाद में यूपी बॉर्डर पर पुलिस की तैनाती की गई है. प्रशासन की ओर से संभल में 10 दिसंबर तक किसी भी बाहरी के आने पर पाबंदी लगाते हैं बीएनएस की धारा 163 लागू की गई है. ऐसे में राहुल गांधी को संभल जाने की अनुमति नहीं मिली है. माना जा रहा है इन परिस्थियों में कांग्रेस और पुलिस के बीच रस्साकशी देखने को मिल सकती है. वहीं रामपुर में दिल्ली जाने की कोशिश करते कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने बीच में ही रोक लिया है. शीर्ष नेतृत्व के आदेश पर राहुल गांधी के संभल जाने के कार्यक्रम के लिए दिल्ली जाते वक्त रामपुर पुलिस ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुतिउर्रहमान बब्लू को देर रात हिरासत में लिया.
संभल हिंसा का आज 11वां दिन
संभल हिंसा का आज 11वां दिन है। 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान आक्रोशित लोगों ने पुलिस टीम को निशाना बनाया। जमकर पत्थरबाजी की गई। घरों की छत से पत्थर बरसाए गए। इस हिंसा में 5 लोगों की मौत हो चुकी है। घटना में करीब 31 लोगों को अब तक हिरासत में लिया जा चुका है। घटना के 11 दिन बाद भी जिले में तनाव है। इसको देखते हुए संभल जिला प्रशासन ने 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के संभल में प्रवेश पर रोक लगा रखी है। संभल जिले में धारा 163 लागू है। इस बीच बुधवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संभल दौरे की घोषणा की है।