फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। रविवार को भारतीय जनता पार्टी ने सिखों के गुरु गोविंद सिंह के चारों पुत्रों की शहादत दिवस कार्यक्रम को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया। मुख्य अतिथि के रूप में जिला संगठन प्रभारी शिव महेश दुबे रहे। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रूपेश गुप्ता ने की। संगठन प्रभारी शिव महेश दुबे ने कहा गुरु गोविंद के पुत्रों की शहादत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाह्न पर यह कार्यक्रम वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। विदेशी व मुगल आक्रांताओं के जुल्म और अत्याचार व भारत का इस्लामीकरण रोकने के लिए सिखों के धर्मगुरु गुरु गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों ने अपनी शहादत देने का कार्य किया। मुगल विदेशी आक्रांताओं द्वारा लगातार धर्म और संस्कृति का विनाश किया जा रहा था, लेकिन साहबजादे ने अपने धर्म को ना परिवर्तित करते हुए मौत को गले लगाना स्वीकार किया। देश में आजादी के बाद कांग्रेस और कम्युनिस्टों ने साजिश के तहत उन वीर साहबजादों की शहादत का इतिहास इस देश की जनता से दूर रखा। रूपेश गुप्ता ने कहा भारत वीरों की धरती है, जहां पर देश की खातिर लाखों और हजारों लोगों ने शहादत देने का कार्य किया। मुगल शासकों ने भारत पर शासन करके लगातार हिंदू धर्म को समाप्त करने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए गुरु गोविंद सिंह ने अपने चारों पुत्रों को बलिदान कर दिया। उनकी इस शहादत को कभी बुलाया नहीं जा सकता है। भोजपुर विधायक नागेंद्र सिंह राठौर ने कहा वीर बाल दिवस हमारे इतिहास के उन्नयन बच्चों की याद दिलाता है, जिन्होंने धर्म, संस्कृति और देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। यह दिन साहस निष्ठा और बलिदान का प्रतीक है। अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य ने कहा आजादी के बाद किस देश को जो इतिहास पढऩा चाहिए था वह कांग्रेस की साजिश के तहत देश की जनता को नहीं पढ़ाया गया, बल्कि पूरा इतिहास वोट बैंक और राजनीतिक महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ गया। फतेहगढ़ गुरुद्वारा प्रधान हरजिंदर सिंह एवं ग्रंथि ज्ञानी मंगल सिंह एवं सरदार तोषित प्रीत सिंह को सम्मानित किया गया। संचालन धर्मेन्द्र राजपूत ने किया। इस मौके पर डीएस राठौर, वीरेंद्र सिंह राठौर, हिमांशु गुप्ता, संजीव गुप्ता, गोपाल राठौर, जय गंगवार, शिवांग रस्तोगी, रवि बाजपेई मौजूद रहे।