ब्रह्माण्ड की समस्त बीमारियों की अचूक औषधि है योग: डा0 सीडी यादव

मानसिक और शारीरिक शक्ति बढ़ाने के लिए नियमित योग आवश्यक: डा0 रवीन्द्र यादव . दिमाग और शरीर को स्वस्थ रखता है योग: डॉ0 सुनील कुमार गुप्ता . मोबाइल के अनावश्यक प्रयोग से बचें और ब्रह्म महुर्त में जरूर करें योग: डॉ अंजना दीक्षित फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। विश्व योग दिवस के अवसर पर मेजर एसडी सिंह पीजी आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एवं हॉस्पिटल में वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के सेमिनार हाल में आयुर्वेदाचार्यों एवं विद्वतजनों ने भावी चिकित्सकों को योग करने के लिए प्रेरित तो किया ही साथ ही योग का अभ्यास भी कराया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि बद्री विशाल महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 चन्द्रधर यादव ने कहा कि नियमित योग करने से किसी भी पुरानी शारीरिक अथवा मानसिक बीमारी से मुक्ति पाई जा सकती है। डॉ0 चंद्रधर यादव ने कहा कि योग वह औषधि है जो ब्रह्माण्ड की किसी भी बीमारी को ठीक करने की क्षमता रखती है। उन्होंने कहा कि नियमित रोग करने से बीमारियां तो समाप्त होती ही हैं। साथ ही मन और चित्त भी शांत रहता है। प्रत्येक वर्ष योग दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है ताकि वे अभ्यास से मानसिक शारीरिक और बौद्धिक स्वास्थ्य को और अधिक बेहतर बना सकें। योग मानव की जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाता है और स्वास्थ्य में मदद करता है। कार्यक्रम के अतिथि एवं चिकित्सक डा0 रवीन्द्र यादव ने कहा कि योग केवल एक शारीरिक व्यायाम नहीं है। योग वास्तव में मन और आत्मा की अनंत संभावनाओं को प्रकट करने का सबसे सतही पहलू है। उन्होंने कहा कि योग हमें सिखाता है कि किस प्रकार हम अपनी सांसों पर नियंत्रण पाकर अपने शरीर में चमत्कार कर सकते हैं। प्राचार्य डॉ0 सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को 2015 से मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और योगाचार्य बाबा रामदेव के प्रयासों से आज योग समूचे विश्व में प्रसारित हो रहा है। उन्होंने कहा कि योग से आपके मस्तिष्क के कार्यों एकाग्रता और स्मृति में सुधार होता है। इसलिए विद्यार्थियों को अनिवार्य रूप से योग करना चाहिए। योग से रक्त परिसंचरण में सुधार होता है जो दिमाग और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत आवश्यक है। मानसिक तनाव से निबटने में योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। क्रिया शरीर की विभागाध्यक्ष डॉ0 अंजना दीक्षित ने विद्यार्थियों में बढ़ते मोबाइल प्रेम पर चिन्ता जताते हुए कहा कि आज की पीढ़ी मोबाइल में ज्यादा व्यस्त रहने लगी है जिसका परिणाम यह होता है कि वो मोबाइल चलाते हुए अपनी आंखें और शरीर की उर्जा तो नष्ट कर ही रहे हैं साथ ही सुबह देर से उठकर अपना भविष्य भी अंधकार की ओर ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोबाइल का अनावश्यक प्रयोग न करें और जीवन को संयमित बनायें। समय से नींद लें और समय पर उठें। सुबह ताजी हवा में कुछ समय योग अवश्य करें ताकि आपका मन और चित्त शांत रहे और आप एकाग्रता से अध्ययन कर सकें। योग प्रशिक्षक एवं स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग के प्रवक्ता डॉ0 अरुण कुमार पाण्डेय ने भी योग की महत्ता पर प्रकाश डाला तथा ऑडीटोरियम में उपस्थित अतिथियों सहित समस्त शिक्षकों गैर शैक्षिक कर्मचारियों तथा भावी चिकित्सकों एवं परास्नातक कोर्स कर रहे चिकित्सकों को योगाभ्यास कराया। इस अवसर पर डा0 वीरेन्द्र सिंह यादव, डॉ0 वीएम गुप्ता, डॉ0 शीलू गुप्ता, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 धर्मेन्द्र कुमार मिश्रा, डॉ0 रविशंकर मौर्य, डॉ0 इतिश्री दास, डॉ0 शिवओम दीक्षित, मेजर एसडी सिंह नर्सिंग एवं फार्मेसी कालेज के प्राचार्य डॉ0 मुकेश कुमार विश्वकर्मा, डॉ0 विकास बाबू, डॉ0 श्वेता यादव, डॉ0 अरिमर्दन सिंह, डॉ0 पंकज शुक्ला, डॉ0 उर्मिला मौर्या, डॉॅ0 आनन्द बाजपेयी आदि आयुर्वेदाचार्यों के अलावा हॉस्पिटल स्टाफ के ध्रुव यादव, महाविद्यालय के लिपिक बृजेश दीक्षित व एडमीशन सेल के स्टाफ की उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही।

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